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गणेश उत्सव में स्वादिष्ट मोदक कैसे बनाए?

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गणेश उत्सव के मौके पर भारत के विभिन्न राज्यों में बनाए जाने वाले अलग-अलग प्रकार के मोदक लड्डू की विधियों के बारे में जानकारी देने के लिए, हम 10 विभिन्न राज्यों के लिए मोदक लड्डू बनाने की विधि प्रस्तुत कर रहे हैं। गणेश उत्सव के इस अवसर पर मोदक लड्डू बनाना विशेष रूप से प्रसिद्ध है, क्योंकि यह भगवान गणेश के पसंदीदा भोग है।

 

1. महाराष्ट्रीय मोदक:

महाराष्ट्रीयन मोदक, जिन्हें "मोदक" या "मोदकांच्या खीर" के रूप में भी जाना जाता है, यह हिन्दू धर्म के गणेश चतुर्थी त्योहार के दौरान बनाई जाने वाली प्रमुख मिठाई है। मोदक गणेश जी के पसंदीदा प्रसाद माने जाते हैं और इन्हें भक्तों को प्रसन्न करने के लिए प्रसाद के रूप में उपहार के रूप में प्रदान किया जाता है।

मोदक की खीर के लिए:

  - रावा (सूजी): 1 कप

  - गुड़ (जग्गरी): 1 कप, छोटे टुकड़ों में कटा हुआ

  - नारियल (कद्दूकस किया हुआ): 1/2 कप

  - घी: 2 छोटे चम्मच

  - नमक: 1/4 छोटी चम्मच

  - इलायची पाउडर: 1/2 छोटी चम्मच

  - पानी: 1 कप

पूरी तैयारी के लिए (वैकल्पिक):

  - गेहूं का आटा: 1/2 कप

  - पानी: आवश्यकतानुसार

  - घी: तलने के लिए

प्रक्रिया:

मोदक की खीर तैयारी:

रावा भिगोकर रखें: सबसे पहले, एक पैन में घी गरम करें और उसमें रावा (सूजी) डालें। धीरे-धीरे रावा को हल्का भूरा होने तक भूनें, और उसका सुगंध आने लगे। फिर उसमें कटा हुआ गुड़ (जग्गरी) डालें और उसके साथ मिलाएं। इसमें कद्दूकस किया हुआ नारियल, नमक, और इलायची पाउडर भी मिलाएं।

खीर तैयार करें: अब इसमें पानी डालें और उसके साथ मिलाएं, ताकि रावा सूख जाए और एक बिल्कुल सांपूर्ण मिश्रण बने। खीर को अच्छी तरह से बिना गद्दे के अच्छी तरह से उबालें, ताकि यह थोथा और ठंडा हो जाए।

मोदक तैयारी:

पूरी आटा तैयार करें (वैकल्पिक): यदि आप पूरी के रूप में मोदक बनाना चाहते हैं, तो गेहूं का आटा को पानी के साथ मिलाकर एक बना लें। इसके बाद, छोटे पुरी के रूप में बेल लें और तैयार करें।

मोदक बनाएं: अब तैयार किया हुआ मोदक का मिश्रण ले और छोटे गोल मोदक बनाने के लिए हाथों से ले। यदि आप पूरी के रूप में बना रहे हैं, तो मोदक मिश्रण को पूरी के बीच में डालें और पूरी को ध्यानपूर्वक सील करें।

सर्व करें: महाराष्ट्रीयन मोदक तैयार हैं। आप इन्हें गणेश चतुर्थी या किसी भी पूजा या त्योहार के रूप में प्रसाद के रूप में प्रदान करें और अपने परिवार और दोस्तों के साथ साझा करें। महाराष्ट्रीयन मोदक का स्वाद सूजी की खीर के साथ मीठा और इलायची के अरोमा के साथ होता है, और यह गणेश चतुर्थी और अन्य महाराष्ट्रीय पर्वों के अवसर पर तैयार किया जाता है।

 

2. आंध्र प्रदेशीय मोदक:

आंध्र प्रदेश के मोदक, जिन्हें "కుడుములు" (Kudumulu) भी कहा जाता है, यह हिन्दू धर्म के त्योहारों और पूजाओं के दौरान बनाई जाने वाली प्रमुख मिठाई हैं। इन्हें विशेषत: వినాయక చవితి (Vinayaka Chavithi) या गणेश चतुर्थी के अवसर पर बनाया जाता है।

सामग्री:

 मोदक की आटा के लिए:

  - राइस फ्लोर (चावल का आटा): 1 कप

  - पानी: 1 1/2 कप

  - नमक: चुटकी भर

  - घी: 1 छोटी चम्मच

पूरी तैयारी के लिए:

  - उरद दाल: 1/4 कप, भिगोकर रखी हुई

  - गुड़ (जग्गरी): 1/2 कप, छोटे टुकड़ों में कटा हुआ

  - कार्डमम पाउडर: 1/4 छोटी चम्मच

  - नारियल (कद्दूकस किया हुआ): 1/4 कप

  - घी: 2 छोटे चम्मच

  - तिल (सफेद और काला): 1/4 कप, भूना हुआ

प्रक्रिया:

मोदक की आटा तैयारी:

राइस फ्लोर की तैयारी: सबसे पहले, राइस फ्लोर को अच्छी तरह से धोकर पानी में भिगोकर रखें। भिगोकर रखे चावल को अच्छी तरह से छलने के माध्यम से बाहर निकालें ताकि अधिकतम पानी बाहर निकले। अब छला हुआ चावल को मिक्सर में डालें और उसे पीस लें, ताकि आटा तैयार हो जाए।

मोदक आटा तैयारी: अब एक पैन में घी गरम करें और उसमें राइस फ्लोर का आटा डालें। धीरे-धीरे आटा को अच्छी तरह से पकाएं, जब तक वह थोथा हो जाए। आटा को अच्छी तरह से खुलने दें और इसको ठंडा होने दें।

मोदक तैयारी:

मोदक फिलिंग तैयारी: एक पैन में घी गरम करें और उसमें भिगोकर रखी हुई उरद दाल डालें। उरद दाल को देखकर उसमें बदलाव आने तक पकाएं, और इसे चौलाने के लिए थोड़े से पानी का उपयोग करें। जब दाल सूख जाए और उसका रंग बदले, तो उसमें कटा हुआ गुड़, कार्डमम पाउडर, और कद्दूकस किया हुआ नारियल मिलाएं। फिलिंग को ठंडा होने दें।

मोदक बनाएं: अब तैयार किया हुआ मोदक का आटा को छोटे गोल मोदक बनाएं। मोदक के चारों ओर उसके बीच में थोड़ी खीर डालें और उसे बने हुए मोदक की शेप में बंद करें।

मोदक को तलने की तैयारी: एक कढ़ाई में घी गरम करें।

मोदक तलें: अब बने हुए मोदक को घी में तलें, जब तक वे सुनहरे रंग के नहीं हो जाते।

सर्व करें: आंध्र प्रदेश के मोदक तैयार हैं। आप इन्हें गणेश चतुर्थी या किसी भी पूजा या त्योहार के रूप में प्रसाद के रूप में प्रदान करें और अपने परिवार और दोस्तों के साथ साझा करें। आंध्र प्रदेश के मोदक का स्वाद उरद दाल, गुड़, और नारियल के साथ मीठा और आरोमाटिक होता है, और यह गणेश चतुर्थी और अन्य त्योहारों के अवसर पर तैयार किया जाता है।

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3. तमिलनाड़ु के मोदक:

तमिलनाड़ु के मोदक बनाने की विधि (கொழும்பு மொட்டக்):

सामग्री:

- राइस फ्लोर

- चन्ना दाल

- जग्गरी (गुड़)

- नारियल

प्रक्रिया:

चन्ना दाल की तैयारी: चन्ना दाल को धोकर पानी में 2-3 घंटे या रात भर के लिए भिगोकर रखें। भिगोकर रखी हुई चन्ना दाल को अच्छी तरह से चलने के बाद छलने के माध्यम से बाहर निकालें, ताकि अधिकतम पानी बाहर निकले। चन्ना दाल को मिक्सर में पीस लें, ताकि दाल का पेस्ट तैयार हो जाए।

जग्गरी और नारियल की तैयारी: जग्गरी को छोटे टुकड़ों में काट लें। नारियल को कद्दूकस करें या छोटे टुकड़ों में कट लें।

फिलिंग तैयारी: चन्ना दाल का पेस्ट को एक बड़े कढ़ाई में डालें। जग्गरी और नारियल का मिश्रण को भी इसमें डालें। इन सभी सामग्रियों को मिलाकर मिलाएं, ताकि फिलिंग तैयार हो जाए।

मोदक की शेप दें: राइस फ्लोर से छोटी पत्तियों को बनाएं। पत्तियों के बीच में थोड़ा चन्ना दाल का और थोड़ा फिलिंग का मिश्रण डालें। अब पत्तियों को बंद करके मोदक की शेप दें।

सर्व करें: आपके तमिलनाड़ु के मोदक तैयार हैं। आप इन्हें गणेश उत्सव के मौके पर पूजा में उपयोग करें और इन्हें परिवार और दोस्तों के साथ साझा करें। यह तमिलनाड़ु के त्योहारों के दौरान बनाए जाने वाले मोदक को तैयार करने के लिए है, जो गणेश उत्सव के महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में मनाया जाता है। इसका स्वाद आपके त्योहार को और भी स्पेशल बना सकता है।

 

4. कर्णाटकी मोदक:

कर्णाटकी मोदक बनाने के लिए निम्नलिखित विधि का पालन करें:

सामग्री:

- राइस फ्लोर

- तिल

- जग्गरी (गुड़)

प्रक्रिया:

तिल की तैयारी: तिल को सूखे पैन में धीमी आंच पर भूनकर सुनहरा रंग आने तक भून लें। तिल को धीरे से गरम होने दें, और फिर जग्गरी के साथ मिलाएं।

फिलिंग तैयारी: तिल और जग्गरी का मिश्रण को अच्छी तरह से मिलाएं, ताकि फिलिंग तैयार हो जाए।

मोदक की शेप दें: राइस फ्लोर को पानी के साथ मिलाकर आटा तैयार करें, जैसे कि दोने के चावल की आटा। छोटी पत्तियां बनाएं, जिनका आकार आपकी पसंद के हो। पत्तियों के बीच में थोड़ा तिल-जग्गरी का मिश्रण डालें। पत्तियों को बंद करके मोदक की शेप दें।

सर्व करें: आपके कर्णाटकी मोदक तैयार हैं। आप इन्हें गणेश उत्सव के मौके पर पूजा में उपयोग करें और इन्हें परिवार और दोस्तों के साथ साझा करें। यह विधि आपको कर्णाटक के त्योहारों के दौरान बनाए जाने वाले मोदक को तैयार करने के लिए है, जो गणेश उत्सव के महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में मनाया जाता है। इसका स्वाद आपके त्योहार को और भी स्पेशल बना सकता है।

 

5. गुजराती मोदक:

गुजराती मोदक या उकडीचे मोदक, एक पारंपरिक गुजराती मिठाई है जो गणेश चतुर्थी जैसे त्योहारों पर बनाई जाती है। यहां गुजराती मोदक बनाने की विधि है:

आवश्यकता होने वाली सामग्री:

  - राइस फ्लोर: 1 कप

  - वाटाण (चना दाल): 1/4 कप (भिगोकर)

  - घी: 1 छोटा चम्मच

  - जग्गरी (गुड़): 1/2 कप, छोटे टुकड़ों में कटा हुआ

  - नारियल: 1/4 कप, कद्दूकस किया हुआ

  - इलायची पाउडर: 1/4 छोटा चम्मच

  - नमक: चुटकी भर

  - पानी: 1/2 कप

अन्य सामग्री:

  - घी: तलने के लिए

  - गुड़ की छाद (पुरी के लिए, वैकल्पिक)

प्रक्रिया:

पूरी की तैयारी: सबसे पहले राइस फ्लोर को एक बड़े पानी के बर्तन में डालें। धीरे-धीरे पानी डालते हुए आटा बनाएं, जिसकी बनाने में नमक डालें। अब इस आटे को बर्तन के ढक्कन से ढककर छोड़ दें और 15-20 मिनट के लिए विश्राम दें।

दाल की तैयारी: वाटाण (चना दाल) को अच्छी तरह से भिगोकर रखें और फिर उसे पानी से अच्छी तरह से धोकर निकाल लें। एक पैन में घी गरम करें और भीगी हुई चना दाल को डालकर मिलाएं। दाल को हल्का सा सुनहरा होने तक भून लें। फिर इलायची पाउडर डालें और अच्छी तरह से मिलाएं। अब इसमें कटा हुआ गुड़ और कद्दूकस किया हुआ नारियल डालें और अच्छी तरह से मिलाएं। तिल भी मिलाएं और मिश्रण को ठंडा होने दें।

मोदक बनाएं: पूरी के आटे को बारीक पत्तियों में बांट लें। अब हर पत्ती के बीच में थोड़ा सा दाल का मिश्रण डालें और मोदक की शेप दें। मोदक के आकार को बनाने के बाद, इन्हें एक थाली पर रखें।

मोदक की तलने की तैयारी: एक कढ़ाई में घी गरम करें। अब तैयार किए गए मोदक को धीरे से तलें, जब तक वे सुनहरे रंग के नहीं हो जाते।

सर्व करें: यह गुजराती मोदक एक मिठाई है जिसमें तिल, चना दाल, गुड़, और नारियल का स्वाद होता है, और यह गणेश चतुर्थी और अन्य पर्वों पर बहुत प्रिय होता है। इसका स्वाद बेहद खास होता है और यह परंपरागत भारतीय मिठाइयों का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

 

6. बंगाली मोदक:

बंगाली मोदक, जिसे "মোদক" অথবা "মোদক পিঠা" (Modak or Modak Pitha) भी कहा जाता है, बंगाली परंपरागत मिठाई है जो विशेषकर गणेश चतुर्थी जैसे त्योहारों पर बनाई जाती है। यहां बंगाली मोदक बनाने की विधि है:

आवश्यकता होने वाली सामग्री:

  - चावल: 1 कप

  - नारियल (किसा हुआ): 1/2 कप

  - गुड़ (जग्गरी): 1/2 कप, छोटे टुकड़ों में कटा हुआ

  - घी: 2 छोटे चम्मच

  - इलायची पाउडर: 1/4 छोटा चम्मच

  - पिसी कड़वा अदरक: 1/2 छोटा चम्मच (वैकल्पिक)

  - नमक: चुटकी भर

अन्य सामग्री:

  - घी: तलने के लिए

  - गुड़ की छाद (पुरी के लिए, वैकल्पिक)

प्रक्रिया:

पूरी की तैयारी: सबसे पहले, चावल को धोकर पानी में भिगोकर रखें। भिगोकर रखे चावल को अच्छी तरह से छलने के माध्यम से बाहर निकालें, ताकि अधिकतम पानी बाहर निकले।इसके बाद, चावल को अच्छी तरह से मिक्सर में पीस लें, ताकि आटा तैयार हो जाए।

फिलिंग तैयारी: एक पैन में घी गरम करें और उसमें कड़वा अदरक डालें (वैकल्पिक)। अब गुड़ (जग्गरी) को डालकर धीरे-धीरे गरम करें, ताकि यह पिघल जाए। गुड़ के साथ नारियल और इलायची पाउडर मिलाएं, और अच्छी तरह से मिलाकर फिलिंग तैयार करें।

मोदक बनाएं: पूरी के आटे को बारीक पत्तियों में बांट लें। अब हर पत्ती के बीच में थोड़ा सा फिलिंग का मिश्रण डालें और मोदक की शेप दें। मोदक के आकार को बनाने के बाद, इन्हें एक थाली पर रखें।

मोदक की तलने की तैयारी: एक कढ़ाई में घी गरम करें। अब तैयार किए गए मोदक को धीरे से तलें, जब तक वे सुनहरे रंग के नहीं हो जाते।

सर्व करें: बंगाली मोदक तैयार हैं। इन्हें पर्व के दौरान पूजा के बाद प्रसाद के रूप में प्रदान करें और अपने परिवार और दोस्तों के साथ साझा करें। बंगाली मोदक विशेष रूप से गणेश चतुर्थी के त्योहार पर बनाई जाती है और इसका स्वाद बेहद खास होता है। यह एक परंपरागत बंगाली मिठाई है जिसमें चावल, गुड़, और नारियल का सवादिष्ट मिश्रण होता है।

 

7. राजस्थानी मोदक:

राजस्थानी मोदक, जिसे "मावा मोदक" या "मावा के मोदक" भी कहा जाता है, एक प्रमुख राजस्थानी मिठाई है जो विशेषतः गणेश चतुर्थी और अन्य पर्वों पर बनाई जाती है। यहां राजस्थानी मोदक बनाने की विधि है:

आवश्यकता होने वाली सामग्री:

  - मावा (मिल्क सोलिड): 1 कप

  - चीनी: 1/2 कप

  - घी: 1 छोटा चम्मच

  - कटा हुआ आक्रोट (वैकल्पिक): 2 छोटे चम्मच

अन्य सामग्री:

  - घी: तलने के लिए

  - चावल का आटा (राइस फ्लोर) (पुरी के लिए, वैकल्पिक)

प्रक्रिया:

मावा को तैयार करें: सबसे पहले, मावा को एक पैन में डालें और मध्यम आंच पर हलके आधे घी के साथ गरम करें। मावा को चिपचिपा और सुनहरा होने तक धीरे-धीरे पकाएं। मावा पकाने के बाद, इसमें चीनी डालें और अच्छी तरह से मिलाएं। अगर आप इसमें कटा हुआ आक्रोट डालना चाहते हैं, तो इसको भी मिलाएं। मावा मिश्रण को ठंडा होने दें।

मोदक बनाएं: मावा मिश्रण को हाथों से छोटे गोल या बन्नो जैसे आकार में बनाएं। अब एक थाली में घी गरम करें। मावा के मोदक को थाली में रखें।

पुरी की तैयारी (वैकल्पिक): आप पुरी तैयार करने के लिए चावल का आटा बना सकते हैं। चावल का आटा बनाने के बाद, छोटे गोल पत्तियां बनाएं। पत्तियों को गरम घी में तलें, जब तक वे सुनहरे रंग के नहीं हो जाते।

सर्व करें: आपके राजस्थानी मोदक तैयार हैं। आप इन्हें पूजा के बाद प्रसाद के रूप में प्रदान करें और अपने परिवार और दोस्तों के साथ साझा करें। राजस्थानी मोदक एक मावा और चीनी की मिठाई होती है, जिसमें कटे हुए आक्रोट का स्वाद हो सकता है। यह गणेश चतुर्थी और अन्य पर्वों पर बनाई जाती है और राजस्थानी परंपरागत बनी होती है, जिसका स्वाद खास होता है।

 

8. केरली मोदक:

केरल के मोदक, जिन्हें "കൊഴുപ്പു കുഴല്" (Kozhukkatta) भी कहा जाता है, एक पॉपुलर मलयालम मिठाई है जो जनरली गणेश चतुर्थी और अन्य केरली पर्वों पर बनाई जाती है। यहां केरल के मोदक बनाने की विधि है:

आवश्यकता होने वाली सामग्री:

  - चावल: 1 कप

  - नारियल (किसा हुआ): 1/2 कप

  - गुड़ (जग्गरी): 1/2 कप, छोटे टुकड़ों में कटा हुआ

  - नारियल दूध: 1/4 कप

  - नमक: चुटकी भर

  - घी: 1 छोटा चम्मच

प्रक्रिया:

पूरी की तैयारी: सबसे पहले, चावल को धोकर पानी में भिगोकर रखें। भिगोकर रखे चावल को अच्छी तरह से छलने के माध्यम से बाहर निकालें, ताकि अधिकतम पानी बाहर निकले। चावल को अच्छी तरह से मिक्सर में पीस लें, ताकि आटा तैयार हो जाए।

फिलिंग तैयारी: एक पैन में घी गरम करें और उसमें गुड़ (जग्गरी) को डालकर धीरे-धीरे गरम करें। गुड़ को धीरे-धीरे पिघलने दें और उसमें कटा हुआ नारियल डालें। नारियल दूध को भी मिलाएं और इसे अच्छी तरह से मिलाकर फिलिंग तैयार करें। फिलिंग को ठंडा होने दें।

मोदक बनाएं: चावल के आटे से बड़े गोल बॉल्स बनाएं और उन्हें अपने हाथों से बेल दें, जैसे कि पुरी बेलते हैं, लेकिन थोड़े दरजीन। बेले हुए चावल को छलन से छल दें।

मोदक बनाएं: अब बेले हुए चावल के छलन के बीच में थोड़ी फिलिंग डालें। फिलिंग डालने के बाद, चावल के छलन को धीरे-धीरे बंद करके मोदक की शेप दें।

सर्व करें: केरल के मोदक तैयार हैं। आप इन्हें पूजा के बाद प्रसाद के रूप में प्रदान करें और अपने परिवार और दोस्तों के साथ साझा करें। केरल के मोदक में चावल का स्वादिष्ट आटा और गुड़ की मिठास होती है, और इसका स्वाद खास होता है। यह गणेश चतुर्थी और केरल के अन्य पर्वों के अवसर पर तैयार किया जाता है और मलयालम परंपरागत बनी होती है।

 

9. पंजाबी मोदक:

पंजाबी मोदक, जिन्हें "ਮੋਦਕ" ਜਾਂ "ਮੋਦਕ ਪਿੱਠਾ" (Modak or Modak Pitha) ਭी ਕਿਹਾ ਜਾਤਾ ਹੈ, एक पंजाबी पारंपरिक मिठाई है जो विशेषकर गणेश चतुर्थी जैसे त्योहारों पर बनाई जाती है। यहां पंजाबी मोदक बनाने की विधि है:

आवश्यकता होने वाली सामग्री:

  - बासमती चावल: 1 कप

  - गुड़ (जग्गरी): 1/2 कप, छोटे टुकड़ों में कटा हुआ

  - घी: 1 छोटा चम्मच

  - नमक: चुटकी भर

  - बादाम (कटे हुए): 1/4 कप

  - पिसी हुई इलायची: 1/4 छोटा चम्मच

अन्य सामग्री:

  - घी: तलने के लिए

  - गुड़ की छाद (पुरी के लिए, वैकल्पिक)

प्रक्रिया:

पूरी की तैयारी: सबसे पहले, बासमती चावल को धोकर पानी में भिगोकर रखें। भिगोकर रखे चावल को अच्छी तरह से छलने के माध्यम से बाहर निकालें, ताकि अधिकतम पानी बाहर निकले।चावल को अच्छी तरह से मिक्सर में पीस लें, ताकि आटा तैयार हो जाए।

फिलिंग तैयारी: एक पैन में घी गरम करें और उसमें गुड़ (जग्गरी) को डालकर धीरे-धीरे गरम करें। गुड़ को धीरे-धीरे पिघलने दें और उसमें बादाम और पिसी हुई इलायची मिलाएं। फिलिंग को ठंडा होने दें।

मोदक बनाएं: बासमती चावल के आटे से छोटे गोल बॉल्स बनाएं और उन्हें अपने हाथों से बेल दें, जैसे कि पुरी बेलते हैं, लेकिन थोड़े दरजीन। बेले हुए चावल को छलन से छल दें।

मोदक बनाएं: अब बेले हुए चावल के छलन के बीच में थोड़ी फिलिंग डालें। फिलिंग डालने के बाद, चावल के छलन को धीरे-धीरे बंद करके मोदक की शेप दें।

सर्व करें:

पंजाबी मोदक तैयार हैं। आप इन्हें पूजा के बाद प्रसाद के रूप में प्रदान करें और अपने परिवार और दोस्तों के साथ साझा करें। पंजाबी मोदक एक मावा और गुड़ की मिठाई होती है, जिसमें बादाम का स्वाद होता है। यह गणेश चतुर्थी और पंजाबी पर्वों के अवसर पर तैयार किया जाता है और पंजाबी पारंपरिक बनी होती है, जिसका स्वाद बेहद खास होता है।


10. उत्तराखंडी मोदक:

उत्तराखंडी मोदक, जिन्हें "बाल मीठा" या "मक्की के आटे के मोदक" भी कहा जाता है, यहां उत्तराखंड के प्रमुख पर्वों और त्योहारों के दौरान बनाई जाती है। इस मिठाई का स्वाद मक्के के आटे और गुड़ के साथ खास होता है। यहां उत्तराखंडी मोदक बनाने की विधि है:

आवश्यकता होने वाली सामग्री:

  - मक्के का आटा: 1 कप

  - गुड़ (जग्गरी): 1/2 कप, छोटे टुकड़ों में कटा हुआ

  - घी: 2 छोटे चम्मच

  - दूध: 1/4 कप

  - नमक: चुटकी भर

  - इलायची पाउडर: 1/4 छोटा चम्मच

प्रक्रिया:

मक्के का आटा तैयारी: सबसे पहले, मक्के का आटा ले और इसे अच्छी तरह से धो लें। इसे एक पानी से भरी हुई पानी के साथ एक बर्तन में डालें और 2-3 घंटे के लिए भिगोकर रखें। भिगोकर रखे मक्के को अच्छी तरह से छलने के माध्यम से बाहर निकालें ताकि अधिकतम पानी बाहर निकले।अब इसे एक साफ कपड़े में रखें और धूप में सुखाने के लिए रखें, जिससे यह सूख जाए।

मोदक बनाएं: अब मक्के का आटा को एक पान में डालें और उसमें घी, दूध, नमक और इलायची पाउडर मिलाएं। सभी सामग्री को मिलाने के बाद, मिश्रण को मध्यम आंच पर बिना बॉल्स बनाए धीरे-धीरे पकाएं, ताकि यह दूध से सूख जाए और मोदक आटा बने।

मोदक की तलने की तैयारी: एक कढ़ाई में घी गरम करें।

मोदक बनाएं: अब बनी हुई मक्के की आटे से छोटे गोल मोदक बनाएं। तैयार मोदक को घी में तलें, जब तक वे सुनहरे रंग के नहीं हो जाते।

सर्व करें: उत्तराखंडी मोदक तैयार हैं। आप इन्हें पूजा के बाद प्रसाद के रूप में प्रदान करें और अपने परिवार और दोस्तों के साथ साझा करें। उत्तराखंडी मोदक एक खास तरीके से तैयार किए जाते हैं, जिनमें मक्के का आटा और गुड़ का स्वाद होता है। यह गणेश चतुर्थी और उत्तराखंड के अन्य पर्वों के अवसर पर तैयार किया जाता है और उत्तराखंडी पारंपरिक बनी होती है, जिसका स्वाद खास होता है।

इन विधियों के आधार पर, आप भारत के विभिन्न राज्यों में बनाए जाने वाले मोदक लड्डू बना सकते हैं, और इस पारंपरिक त्योहार को और भी रंगीन और स्वादिष्ट बना सकते हैं। मोदक लड्डू विभिन्न सामग्रियों का प्रयोग करके भिन्न-भिन्न स्वाद में बनाए जा सकते हैं, जो गणेश उत्सव को और भी महत्वपूर्ण बना सकता है।

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